व्यक्तित्व जीवन की परिभाषा है ये तो सबको आभास है परन्तु कुछ शन चिंतन करने से ये आभास होता है की भिन्न भिन्न प्रकार के लोग अपनी समझ के हिसाब से जीवन व्यतीत करते हैं! तो सच्चा व्यक्तित्व क्या है ? क्या है वो सच्चाई जिसे जाने बिना सब अपना बहुमूल्य समय बीतते हैं !
आज अनायास ही ये सोच कर की जीवन का सच क्या है मैं सोच में चला गया और अक्सर अपनी बातों के लिए मशहूर होकर भी में अपनी अंतः मन की सोच को शब्दों में बयां नहीं कर पाया